नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने साइबर अपराध और जलवायु परिवर्तन को मानवाधिकारों के लिए नए खतरे करार देते हुए ऐसे सुरक्षित, संरक्षित और न्यायसंगत डिजिटल माहौल के महत्व पर बल दिया है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति के अधिकारों और सम्मान की रक्षा हो।
श्रीमती मुर्मु ने मंगलवार को यहां राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा आयोजित मानवाधिकार दिवस समारोह में कहा, मानवाधिकार दिवस पर, हमें न्याय, समानता और सम्मान के मूल्यों के प्रति नये सिरे से अपनी सामूहिक प्रतिबद्धता करनी चाहिए जो हमारे राष्ट्र को परिभाषित करते हैं। हमें प्रत्येक व्यक्ति के मौलिक अधिकारों को बनाए रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी पीछे न छूटे। एक साथ, निरंतर प्रयास और एकजुटता के माध्यम से, हम एक ऐसा भविष्य बना सकते हैं जिसमें हर व्यक्ति, चाहे उसकी उम्र, पृष्ठभूमि या परिस्थिति कुछ भी हो, सम्मान, अवसर और पूर्णता का जीवन जीने के लिए सशक्त हो।