यरूशलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह द्वारा उनकी और उनकी पत्नी को मारने की कथित कोशिश को एक ‘गंभीर गलती’ बताया। शनिवार को लेबनान की तरफ से आए एक ड्रोन ने कथित तौर पर उत्तरी तटीय शहर कैसरिया में नेतन्याहू के घर को निशाना बनाया।
पीएमओ ने कहा कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू और उनकी पत्नी सारा हमले के समय घर पर नहीं थे और इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। इजरायली प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जो कोई भी इजरायल के नागरिकों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा, उसे ‘भारी कीमत’ चुकानी पड़ेगी।
नेतन्याहू ने कहा, हम आतंकवादियों और उन्हें भेजने वालों का सफाया करना जारी रखेंगे। हम गाजा से अपने बंधकों को वापस लाएंगे। और हम उत्तरी सीमा पर रहने वाले अपने नागरिकों को सुरक्षित रूप से उनके घरों में वापस लाएंगे। नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल ‘हमारे सभी युद्ध उद्देश्यों को प्राप्त करने और आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे क्षेत्र में सुरक्षा वास्तविकता को बदलने’ के लिए दृढ़ संकल्प है।
इजरायली पीएम पर यह हमला ऐसे समय में हुआ जब हाल ही में इजरायली सेना ने हमास लीडर याह्या सिनवार को बुधवार (16 अक्टूबर) को मार गिराया। इजरायल के मुताबिक सिनवार पिछले साल के 7 अक्टूबर अटैक का मुख्य रणनीतिकार था।
सिनवार की मौत के बाद बुधवार देर रात एक बयान में, ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने ‘इजरायली दुश्मन के साथ टकराव का एक नया और उग्र चरण” शुरू करने का ऐलान किया।
इजरायल ने गुरुवार (17 अक्टूबर) को हमास लीडर की मौत की आधिकारिक रूप से घोषणा की। इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) और शिन बेट सिक्योरिटी एजेंसी ने एक बयान में कहा, 7 अक्टूबर के हमले और नरसंहार का सूत्रधार सिनवार, बुधवार को दक्षिणी गाजा के राफा में गोलीबारी में मारा गया।
बता दें 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमलों में करीब 1200 लोग मारे गए थे और 250 से अधिक लोगों को बंदी बना लिया गया था। इनमें से 101 बंधक अभी लापता हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वो गाजा में मौजूद हैं। इस हमले के बाद इजरायल ने हमास के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया और फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी पर हमले शुरू कर दिए।
अलजजीरा की 19 अक्टूबर की रिपोर्ट के मुताबिक रिपोर्ट के मुताबिक 7 अक्टूबर 2023 से अब तक गाजा में इजरायली हमलों में कम से कम 42,500 लोग मारे गए हैं और 99,546 घायल हुए हैं।