पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर 5 लाख के इनामी नक्सली अजय ने किया आत्मसमर्पण
धमतरी। राज्य शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर नक्सली हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्य धारा से जुड़ रहे हैं। इसी कड़ी में एसीएम सीतानदी एरिया कमेटी के डिप्टी कमांडर व 5 लाख के इनामी नक्सली अजय ने आत्मसमर्पण कर दिया है। धमतरी जिले में नक्सली डिप्टी कमांडर अजय के खिलाफ फोर्स पर हमला, हत्या सहित आधा दर्ज अपराध दर्ज है।
नक्सल एरिया कमेटी डिप्टी कमांडर अजय ने छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सरेंडर करने बताया है। माओवादी संगठन में दाम्पत्य जीवन, पारिवारिक सुख से वंचित रहने एवं माओवादियों के जीवन शैली व विचारधारा से उसकी दूरी लगातार बढ़ती जा रही थी।
एसपी आंजनेय वार्ष्णेय को नक्सली अजय ने बताया कि नक्सली नेताओं की भेदभाव-पूर्ण व्यवहार, उपेक्षा व प्रताड़ना से तंग आकर आत्मसमर्पण किया है। नक्सली अजय उर्फ अघन उम्र 26 वर्ष कांकेर जिला के निवासी है। संघम सदस्य के पद पर संगठन में भर्ती हुआ था। वर्ष 2010 तक बाल संघम सदस्य के पद पर कार्य किया। वर्ष 2017 में थाना खल्लारी ग्राम जोगीबिरदो के एक ग्रामीण की हत्या में शामिल था। वर्ष 2018 में थाना बोरई ग्राम कारीपानी मुख्य मार्ग में पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध करने का भी आरोप है। 2018 थाना खल्लारी ग्राम एकावारी में रोड किनारे 5 किग्रा टिफिन बम गड़ाने के प्रमुख साजिशकर्ता भी है।
वर्ष 2020 में थाना नगरी ग्राम घोरागांव में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ जिससे गोबरा LOS कमांडर रवि मारा गया था, उसमें शामिल था। वर्ष 2020 थाना मेचका ग्राम उजरावन के एक ग्रामीण की हत्या में शामिल था। वर्ष 2021 भाना खल्लारी ग्राम गादुल बाहरा व थाना खल्लारी ग्राम आमझर के दो ग्रामीणों की हत्या में शामिल था।
संगठन छोड़ने का कारण
छग शासन की पुलिस केअनुसार आत्मसमर्पण नीतियों से प्रभावित होकर भारत के संविधान पर विश्वास रखते हुए एवं संगठन में कार्यो की उपेक्षा करने,भेदभाव पूर्ण व्यवहार एवं माओवादियों के द्वारा आदिवासियों पर किये जा रहे अत्याचार से त्रस्त होकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।
सरेंडर करने पर मिला 25 हजार
आत्मसमर्पण करने पर इसे उत्साहवर्धन के लिए शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति के तहत् 25000 रुपये प्रोत्साहन राशि पुलिस अफसर ने अजय को दिया।