बुलडोजर लेकर अरूण साव का स्वागत भाजपा की फासीवादी मानसिकता- कांग्रेस
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष अरुण साव का बुलडोजर लेकर स्वागत करने को भाजपा की विध्वंसक सोच बताते हुए कहा कि शांत और भाई चारे वाले छत्तीसगढ़ में भाजपा भय आतंक और विद्वेष की राजनीति करना चाह रही है। कांग्रेस गरीबों को बसाने का काम करती है और भाजपा उजाड़ने की राजनीति में विश्वास करती है। 15 सालों तक बस्तर अशांत रहा लोगो की हत्यायें होती रही जीरम जैसा नरसंहार हुआ, ताडमेटला, एर्राबोर जैसी घटनायें हुई तब भाजपा का बुलडोजर कहां था?
छत्तीसगढ़ में बुलडोजर चलाने का सपना देख रहे साव यह जान लें कि उनका सपना पूरा नहीं होने वाला। वे यह विध्वंसकारी सपना देखते ही रह जाएंगे। क्योंकि जनता ने यह जान लिया है कि भाजपा की प्राथमिकता जनता का कल्याण और राज्य का विकास नहीं, बल्कि बुलडोजर चलाना है। वे दिवास्वप्न देख रहे हैं कि भाजपा की सरकार बनने पर छत्तीसगढ़ में यूपी की तरह बुलडोजर चलायेंगे। छत्तीसगढ़ की जनता को रोजगार चाहिए, विकास चाहिए, शांति चाहिए, जो भाजपा ने 15 साल की सरकार में न तो दिया और न ही भविष्य के लिए उसका ऐसा कोई इरादा है। तब जनता भाजपा की सरकार क्यों बनाएगी। छत्तीसगढ़ की जनता को बुलडोजर नहीं चाहिए। भाजपा की बुलडोजर बुद्धि ही भाजपा को कुचल देने पर्याप्त है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि साव छत्तीसगढ़ में साम्प्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने का टारगेट तय करके चल रहे हैं। जब से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने हैं, तब से राज्य का माहौल बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं लेकिन जनता उनकी कोई साजिश सफल नहीं होने दे रही। वे हर रोज जेहाद और गुंडई की बात कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में न तो कोई जेहादी है और न ही गुंडागर्दी के लिए कोई गुंजाइश है। छत्तीसगढ़ में गुंडागर्दी के दिन भाजपा के सफाए के साथ ही विदा हो चुके हैं। तब साव किस पर बुलडोजर चलाने की धमकी दे रहे हैं। वे छत्तीसगढ़ की जनता को धमकाना और सद्भाव बिगाड़ना बंद करें। अन्यथा कानून सबके लिए बराबर है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि बुलडोजर भाजपा की फांसीवादी विचारधारा का प्रतीक है। बुलडोजर से घृणा अशांति, भय फैलता है, बुलडोजर चलाकर जनता के ऊपर सुशासन का प्रभाव नही जमाया जा सकता। सुशासन के लिए बेहतर प्रभावी योजनाएं बनानी पड़ती है। जैसा की छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की जनकल्याणकारी योजनायें से सुशासन स्थापित हुआ है। भाजपा की सरकारें भारतीय संविधान का अपमान कर रही है। संविधान के अंतर्गत आमजनों को सुरक्षा देने में नाकाम साबित हो रही है। आम लोगो को मिले मौलिक और कानूनी अधिकारों का रक्षा नही कर पा रही है। दुर्भाग्य की बात है भाजपा की सरकारें की बुलडोजर नीति भारतीय संविधान को कमजोर और बुलडोजर को भारी एवं ताकतवर बता रही हैं।
दुर्भाग्य की बात है संविधान का शपथ लेने वाले ही संविधान का मखौल उड़ा रहे हैं जिनके ऊपर संविधान के अनुरूप आम जनों की सुरक्षा करने एवं अपराधियों पर विधि सम्मत कार्यवाही कर संविधान के तहत सजा दिलाने की जिम्मेदारी है, वहीं अब संविधान को छोटा और कमतर बताने में तुले हुए हैं। अशांति फैलाने वाले दंगा फैलाने की साजिश रचने वाले या किसी अन्य प्रकार के अपराध में संलिप्त अपराधी सभ्य समाज के लिए खतरा हैं। ऐसे लोगों की जगह जेल है और भारत के संविधान के तहत कठोर से कठोर सजा अपराधियों को मिलना चाहिए और अपराधियों पर कड़ी कार्यवाही हो, संवैधानिक तौर पर हो यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राज्य में बैठे सरकार की होती है।