छत्तीसगढ़ में 25 नवीन पशु औषधालय और 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला होंगी प्रारंभ
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य में पशुधन के संरक्षण और संवर्धन के लिए चालू बजट में अनेक प्रावधन किये है। इससे राज्य के किसानों और पशुपालकों को पशुओं के उपचार और कृत्रिम गर्भाधान सहित विभिन्न प्रकार की सुविधाएं मिलेगी। ग्रामीणों को कृषि के साथ-साथ पूरक आय के स्त्रोत जैसे डेयरी, बकरी, सुकर, कुक्कुट व्यवसाय को अपनाने में सुविधा होगी। राज्य सरकार द्वारा बजट में 25 नवीन पशु औषधालय प्रारंभ करने का प्रावधान रखा गया है। इन नवीन पशु औषधालयों के प्रारंभ होने से इनकी संख्या 835 से बढ़कर 860 हो जाएगी। इसी प्रकार 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशालाओं की स्थापना के बाद इनकी संख्या बढ़कर 33 हो जाएगी।
पशुओं की स्वास्थ्य सुरक्षा,समयबद्व टीकाकरण,बधियाकरण की सुविधाएं बढ़ाने के लिए इस वर्ष के बजट में रायपुर जिले के ग्राम दतरेंगा में 2 करोड़ 18 लाख 50 हज़ार रुपए की लागत से राज्य पशु गृह एवं पशु रुग्णावास निर्माण का प्रावधान किया गया है। इसी तरह पशु उपचार की सुविधा बढ़ाने के लिए 2 करोड़ 85 लाख रुपए की लागत से 25 नए पशु औषधालय का प्रावधान किया गया है। इनमें बालोद जिले के ग्राम दुधली, बलौदाबाजार-भाटापारा जिले के सुहेला और बालपुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले के खोडरी, राजनांदगांव जिले के दैहान, उमरवाही एवं सोनेसरार, कोरबा जिले के सिल्ली एवं नोन बिर्रा, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले के बगरकट्टा, जांजगीर-चांपा जिले के टेमरा, दुर्ग जिले के फुण्डा, कबीरधाम जिले के जुनवानी, बेमेतरा जिले के मौहाभाटा एवं खाती शामिल हैं। इसी प्रकार बस्तर जिले घाट लोहंगा, मधोता, लावागांव मोहलई, छोटे देवड़ा एवं सिरिसगुड़ा, सरगुजा जिले के बड़ाबदामी एवं गगोली, बीजापुर जिले के मिरतुर, सूरजपुर जिले के छतरंग तथा बलरामपुर जिले का भंवरमाल शामिल है।
इसके अलावा बजट में 17 नवीन पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशालाओं की स्थापना का प्रावधान होने से इनकी संख्या बढ़कर 33 हो जाएगी। नए पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशालाएं बलौदाबाजार, बालोद, बेमेतरा, मुंगेली, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, खैरागढ़़-छुईखदान-गंडई, सारंगढ़-बिलाईबढ़, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी, मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, सक्ती, गरियाबंद, बलरामपुर, सुरजपुर, कोण्डागांव, सुकमा, बीजापुर, एवं नारायणपुर में प्रारंभ की जायेगी।