बालक आश्रम में झाड़ू लगा रहे बच्चे, छात्रावास में भृत्य रहते हैं नदारद
कांकेर @ धनंजय चंद। अभिभावक अपने बच्चों को एक उम्मीद के साथ छात्रावास में रखते हैं, ताकि वह अच्छे से बिना किसी भी परेशानी के शिक्षा ग्रहण करने के लिए विद्यालय जा सके । लेकिन छात्रावास में बच्चों से झाड़ू लगवाने का काम लिया जा रहा है। यह सारा मामला कांकेर जिले के दुर्गुकोंदल ब्लॉक के मंगहूर गांव में शासकीय बालक आश्रम का है।
शासकीय बालक आश्रम मंगहूर में एक छात्रावास अधीक्षक, एक जलवाहक, और एक भृत्य पदस्थ हैं। लेकिन जब मामला सामने आया और जिस समय की यह घटना है उस दौरान इन तीनों में से 2 लोग अनुपस्थित रहे और एक जलवाहक वहां उपस्थित रहा। लेकिन इसके बाद भी बच्चों के द्वारा इस प्रकार से बालक आश्रम पर साफ सफाई करने हेतु झाड़ू लगवा रहे है। छात्रावास की सफाई का काम पंचम वर्ग की छात्रों द्वारा कराया जा रहा था ।
इस विषय पर संबंधित मे जिम्मेदार पदाधिकारियों से पूछे जाने पर आनन-फानन में गोलमोल की बाते करने लगे। शासन द्वारा जहां आदिवासी बच्चों के लिए छात्रावास का निर्माण कराकर उनके अच्छे शिक्षा के लिए अनेकों प्रकार की योजना शुरू कर रही है और वही अंदरूनी क्षेत्र का फायदा उठाकर इस प्रकार के जिम्मेदार पदाधिकारी और शासकीय कर्मचारी अपने जिम्मेदारी निभाने में असमर्थ दिखाई दे रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि इस पर उच्च अधिकारी द्वारा क्या कार्यवाही की जाती है या फिर इस प्रकार की जो घटना पर लीपापोती कर ढक दिया जाता है।