भगवान के दर में दर्शन की बजाय चोरी,महिला श्रद्धालुओं के गले से पार हुआ मंगलसूत्र
पुलिस की सक्रियता लाई रंग,पुलिस के हत्थे चढ़ी महिला चोर
रीवा @ सुभाष मिश्रा। मान्यताओं के अनुसार श्रावण मास में देवस्थल,तीर्थस्थान एवं मंदिरो में अपने आराध्य एवं इष्ट देवो की पूजन-अर्चन व दर्शन करने से मनोकामनाएं पूर्ण होती है।यही वजह है कि अन्य महीनों की अपेक्षा इन दिनों मंदिरो में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ नजर आती है।इसी भीड़ में श्रद्धालुओं के वेश में चोर भी शामिल हो,चोरी की घटनाओं को बेधड़क अंजाम देने में कोई कोताही नही बरतते।
ताजा मामला रीवा जिले के किला स्तिथि महामृत्युंजय मन्दिर से सामने आया है,जहाँ मंदिर दर्शन करने गयी घोघर निवासी महिला श्रद्धालु रंजना शुक्ला दर्शन करने के बाद जब मंदिर से बाहर निकली तो गले से मंगलसूत्र गायब देख होश उड़ गए।जब मंगलसूत्र की चोरी की खबर मंदिर परिसर में फैली तो अन्य महिला श्रद्धालु भी अचंभित रह गयी क्योंकि तब तक अन्य महिलाओ के भी गले से मंगलसूत्र गायब हो चुके थे।भगवान के दरबार मे अपने लिए सुख-शांति,समृद्धि की कामना करने आई महिला श्रद्धालुओं के एक एक करके पांच महिलाओ के साथ चोरी की घटना घटित हो चुकी थी।
सिटी कोतवाली प्रभारी विजय प्रताप सिंह की तत्परता व गम्भीरता से मिली सफलता,गिरफ्तार हुई 2 चोरनी
महिला श्रद्धालु रंजना शुक्ला द्वारा मंदिर परिसर में गायब हुए मंगलसूत्र के बारे में पूंछतांछ की लेकिन सफलता नही मिलने पर,बिना देरी किये थाना सिटी कोतवाली आकर थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह से अपनी फरियाद सुनाई तो,थानाप्रभारी ने मामले को गम्भीरता से लेकर तत्परा दिखाई और तुरन्त ही विशेष टीम गठित कर किला परिसर स्थित महामृत्युंजय मन्दिर के सभी श्रद्धालुओं की चेकिंग की गयी।जिनमे दो महिलाएं चोरी के मंगलसूत्र लिए पकड़ी गई।जिन्हें थाना सिटी कोतवाली लाकर पूंछतांछ की गई जिसमें सरोज सोनी पति द्वारिका प्रसाद सोनी निवासी जिला सीधी हाल उपराहटी व रेखा सोनी पति मोहन सोनी निवासी बिछिया रीवा ने अपना जुर्म कबूल किया।दोनों महिला आरोपियों के कब्जे से 5नग मंगलसूत्र बरामद कर आरोपियो को न्यायालय में पेश किया गया।चोरी हुए मंगलसूत्र के खुलासे में प्रमुख रूप से थाना प्रभारी सिटी कोतवाली उप निरीक्षक विजय प्रताप सिंह, प्रआर. तुलसीदास साकेत, लेखराज सिंह,महिला प्रधान आरक्षकसुमन साकेत, सुनीता सोलंकी व सोनाली गुप्ता की सराहनीय व महत्वपूर्ण भूमिका रही।