अरुण साव शिक्षकों की कमी को लेकर घड़ियाली आंसू न बहाये – कांग्रेस
रायपुर। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव शिक्षकों की कमी को लेकर घड़ियाली आंसू ना बहाये। 15 साल में रमन सरकार ने शिक्षकों की सीधी भर्ती नहीं की जिसके चलते हैं यह समस्या उत्पन्न हुई है। रमन सरकार के दौरान शिक्षकों के 52 हजार व्याख्याताओं के 12हजार पद खाली थे प्रदेश के 3000 स्कूल एक शिक्षक के भरोसे चल रहा था और 3000 स्कूलों को बंद कर रमन सरकार ने निजी स्कूलों को आगे बढ़ाने का काम किया था। रमन सरकार का मकसद शिक्षा का बाजारीकरण करना था इसीलिए शिक्षा व्यवस्था को ध्वस्त किया और गरीबों को शिक्षा के अधिकार से वंचित रखने का महा पाप किया था।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि रमन सरकार के दौरान जब स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे जब शिक्षक मांगते थे स्कूल के लिए सुविधाएं मांगते थे तब उन पर लाठियां बरसती थी बलौदा बाजार जिले मैं रमन सिंह के विकास यात्रा के दौरान स्कूल के बच्चों को लाठियों से पीटा गया था बर्बरता की गई थी उन्हें घसीटा गया था कई बच्चे घायल हुए थे पूरा प्रदेश ने बर्बरता देखा था और रमन सिंह के हिटलर शाही चरित्र को जाना था। आज बच्चे अपनी समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री निवास तक पहुंच रहे हैं उनकी बातें सुनी जा रही है
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार लगातार शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए काम कर रही है गरीब बच्चों को मुफ्त में अंग्रेजी की शिक्षा देने 247 अंग्रेजी स्कूल शुरुआत की है 101 नये अंग्रेजी स्कूल खोले जा रहे हैं अंग्रेजी माध्यम के 33 महाविद्यालय खोले गए हैं रमन सरकार के दौरान बंद की गई स्कूलों को खोला जा रहा है बस्तर संभाग में ही 337 स्कूल पुनः प्रारंभ किए गए हैं 14500 शिक्षकों की भर्ती की गई है और अभी हाल में 12489 नए पदों की भर्ती की प्रक्रिया चल रही है कोविड-19 में अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है उन्हें 500 रु से 1000 रु तक मासिक छात्रवृत्ति दी जा रही है अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में अंग्रेजी के शिक्षक हैं स्कूल के बिल्डिंग बनाए जा रहे हैं बच्चों को सुविधाएं दी जा रही है पुस्तक काफी ड्रेस साइकल मध्यान भोजन दिया जा रहा है और जिन स्कूलों में समस्याएं हैं उनकी बात सुनी जा रही है समस्याओं को दूर किया जा रहा है भूपेश सरकार में आज बच्चे अपनी समस्या को लेकर मुख्यमंत्री निवास तक पहुंच रहे हैं रमन सरकार के दौरान तो लाठियां चलती थी।