अवैध खनन पर मूकदर्शक बना जिला प्रशासन, शिकायतकर्ता खा रहा दर दर की ठोकर
बोरिंग मशीन पर रोक के बावजूद जिले मे धड़ल्ले से जारी था अवैध खनन
स्थानीय प्रशासन की मिलीभगत से बोरिंग मशीन संचालक के हौसले बुलंद
रीवा @ सुभाष मिश्रा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले में जल स्तर की कमी को देखते हुए 15 अप्रैल से बोरिंग मशीन पर खनन के लिए पाबंदी लगा दी गई थी अगर कहीं पर बोरिंग का कार्य किया जाए तो स्थानीय प्रशासन की स्वीकृति से होना था लेकिन कुछ ऐसे बोरिंग मशीन संचालक भी हैं जो कि एक ही आदेश में कई खनन कर देते हैं ताजा मामला रीवा जिले के हनुमना तहसील अंतर्गत से सामने आया है जहां शिकायतकर्ता भृगुनंदन गौतम के द्वारा विगत 1 माह से जगह-जगह शिकायत की जा रही है कि हनुमना क्षेत्र अंतर्गत अवैध बोरिंग का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है लेकिन इस पर जिला प्रशासन से लेकर स्थानीय प्रशासन के द्वारा कोई भी कार्यवाही नहीं की गई जिस कारण पीड़ित को न्याय नहीं मिल पा रहा है।
शिकायतकर्ता के पास प्रत्यक्ष प्रमाण होने के बावजूद स्थानीय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक के अधिकारी कोई कार्यवाही नहीं कर रहे हैं शिकायतकर्ता ने स्थानीय प्रशासन पर सांठगांठ के आरोप भी लगाए हैं शिकायतकर्ता के द्वारा बताया गया कि खनन के एक आदेश पर कई अवैध बोर करवाए गए हैं जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण भी शिकायतकर्ता के द्वारा दिया जा चुका है, बावजूद इसके प्रशासनिक अधिकारी कार्यवाही करने में कतरा रहे हैं शिकायतकर्ता भृगुनंदन का साफ तौर पर कहना है कि मऊगंज निवासी सुमित गुप्ता के पास तीन बोरिंग मशीन है और तीनों मशीनों से गांव गांव जाकर बोर की खुदाई की जाती है। 15 अप्रैल के बाद केवल सक्षम अधिकारियों की अनुमति पर ही बोर की खुदाई की जानी चाहिए किंतु सुमित गुप्ता के द्वारा राजस्व अधिकारियों पुलिस एवं पीएचई के अधिकारियों से सांठगांठ कर अवैध रूप से फर्जी दस्तावेज तैयार कर खुदाई का कार्य किया जा रहा है इसी सिलसिले में हनुमना के सगरा में बोर खुदाई की अनुमति प्राप्त हुई थी किंतु इसी क्रमांक पर हीरालाल साहू निवासी नाउन खुर्द, बंदू साहू निवासी नाउन खुर्द, रामशिरोमणि पाल निवासी नाउन खुर्द एवं अन्य कई लोगों के बोर खोदे गए हैं किंतु अनुविभागीय अधिकारी तहसील हनुमना के कार्यालय के उक्त नामो पर कोई स्वीकृति नहीं दी गई है।
केवल कंप्यूटर से एक ही पत्र क्रमांक पर विभिन्न नाम अंकित कर अवैध रूप से बोर की खुदाई की जा रही है जो की पूरी तरह से फर्जी है शिकायतकर्ता ने यह आरोप लगाया कि सुमित गुप्ता के द्वारा ग्रामीणों से ₹5000, 5000 पुलिस के नाम पर अतिरिक्त लिया जाता है और केसिंग पाइप जो बोर में डाली जाती है बाजार से 8 गुना ज्यादा हितग्राहियों से लिया जाता है अवैध बोर के इसी सिलसिले में विजय शंकर शुक्ला ग्राम जठ्ठा के नाम से एक अनुमति प्राप्त हुई थी किंतु उक्त बोर की स्वीकृति पर अन्य अवैध खनन उग्रसेन पाल ग्राम गोइडार, शिवबालक विश्वकर्मा निवासी भदौहा, रघुवर शुक्ला ग्राम जठ्ठा, राममणि शुक्ला निवासी जठ्ठा के अवैध खनन किया गया ऐसे कई अन्य प्रत्यक्ष प्रमाण भी शिकायतकर्ता के द्वारा सक्षम अधिकारियों के समक्ष प्रस्तुत किए गए बावजूद इसके अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गई वही शिकायतकर्ता की शिकायत को देखते हुए हनुमना एसडीएम के द्वारा हनुमना थाना प्रभारी को जांच के आदेश दिए गए हैं लेकिन अभी तक ना तो जांच पूरी हुई और ना ही कोई कार्यवाही की गई वही शिकायतकर्ता को जान से मारने की धमकी भी मिल रही है शिकायतकर्ता को साफ तौर पर बोला जा रहा है कि अगर शिकायत को जल्द से जल्द बंद नहीं करवाया गया तो जान से मार दिया जाएगा।