रिपोर्टर – देवीचरण ठाकुर
देवभोग। विकासखण्ड देवभोग के ग्राम पंचायत कैंटपदर के आश्रित ग्राम बरपारा के स्कूल में दो शिक्षक तो हैं, लेकिन कक्षा लगाने के लिए भवन ही नहीं है। प्राथमिक शाला भवन जर्जर होने के बाद कक्षा लगना बंद हो गया था, जिसका जीर्णोद्धार के लिए आला अधिकारी को बताया जाने से इस भवन का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। लेकिन इसकी निर्माण कार्य इतना धीरे होने के कारण आंगनबाड़ी और स्कूल के 28 विद्यार्थियों जो इस प्रकार से हैं।
पहली 8, दूसरी 4, तीसरी 9, चौथी 5, पंचमी 2 टोटल 28 छात्रों को पहली से पांचवीं तक के विद्यार्थियों को एक साथ आंगनबाड़ी में कक्षा लिया जा रहा हैं। अब सोचिए पहली से पांचवीं तक की पढ़ाई की स्तर किया हो सकती है। जब इसकी जानकारी स्कूल शिक्षक टेकधर कश्यप से ली गई तो उन्होंने बताया कि गत वर्ष डीईओ को अवगत करने से भी उन्होंने ने शाला भवन का जायजा नही लिया। इसके बाद बीईओ वैकल्पिक व्यवस्था आंगनबाड़ी में संचालित करने के निर्देश दिए। तब से आंगनबाड़ी के बच्चे और हमारे स्कूल के बच्चों को एक साथ स्कूल में पढ़ाई जा रही है।
बात इनको खाना खिलाने के लिए रूम में नहीं बनता है तो इन सभी बच्चों को स्कूल भवन के बहार प्रंगाण में खाना खिलाया जा रहा है। रोड भी इतना खराब है कि हमें आने जाने में भी बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ता है, बरसात में तो बहुत ज्यादा करना पड़ता है। शासन प्रशासन इस और नही ध्यान दे रही है।