देवभोग। दिवानमुडा में इन दिनों भक्तिमय माहौल बन गया है, यहां बीते 12 जनवरी से गांव वालो ने गायत्री परिवार का पावन प्रज्ञा कथा और 24 कुण्डीय महायज्ञ व संस्कार महोत्सव का आयोजन रखा था। इस धार्मिक आयोजन में नारी सशक्तिकरण अभियान के तहत गांव की महिलाओं ने सेवा और संस्कार में बढ चढकर हिस्सा लिया।
वहीं इस विशाल आयोजन के लिए बीते 5 जनवरी को ही यज्ञ स्थल का भूमिपूजन कर लिया गया था। इस आयोजन में गांव के अतिरिक्त ओडिशा और छग सहित कई राज्यों के श्रद्धालु शामिल हुए। वहीं शांतिकुंज हरिद्वार से ब्रम्ह वादिनी बहनों का आगमन हुआ था।
चार दिन में विभिन्न धार्मिक व संस्कार के कार्यक्रम आयोजित :
इस 24 कुण्डीय महायज्ञ में प्रथम दिवस 12 जनवरी को कलश शोभायात्रा सहित प्रज्ञा पुराण का संगीत मय प्रवचनए द्वितीय दिवस 13 जनवरी को प्रातः ध्यान साधना व प्रज्ञा योग देव आव्हान पूजन व प्रज्ञा पुराण का संगीतमय प्रवचन, तृतीय दिवस 14 जनवरी को महायज्ञ के साथ साथ निःशुल्क संस्कार प्रज्ञा पुराण प्रवचन व दीप महायज्ञएचतुर्थ दिवस 15 जनवरी को महायज्ञ के साथ विभिन्न संस्कार और पूर्णाहुति व दोपहर दो बजे समापन हुआ।
कभी संवेदनशील रहा गांव अब धर्म और संस्कार की राह पर :
भले ही दिवानमुडा कभी संवेदनशील गांव रहा है पर अब गांव धर्म और संस्कार की राह पर चल पड़ा है। सरपंच कंचन कश्यप परमेश्वर नेगी, पुरन्धर यादव, शेषमल बिसी, तिलकराम नेगी, दुर्योधन सिंहा, कुमरमणी यादव, रोहित यादव, जयराम प्रधान, राजाराम पटेल, अशोक बघेल, सीताराम पटेल, संतोष कश्यप सहित गांव के सभी प्रमुख लोगों ने गांव में धार्मिक संसकृति लाने सबके सहयोग से 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ का आयोजन करवाया।