1 महिला हार्डकोर माओवादी सहित 2 हार्डकोर माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण
सुकमा। छत्तीसगढ़ में साय सरकार बनने के बाद से ही नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षाबलों को लगातार सफलता मिल रही है। लगातार बड़ी संख्या में नक्सली सरेंडर कर रहे हैं तो वहीं मुठभेड़ के दौरान भी कई नक्सली ढेर हो रहे हैं। राज्य शासन की नक्सलवाद उन्मूलन व पुनर्वास नीति तथा नियद नेल्ला नार योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से जिलें में सक्रिय 1 महिला हार्डकोर माओवादी सहित 2 हार्डकोर माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
मामले की पुष्टि करते हुए सुकमा एसपी किरण चौहान ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ‘‘नीयद नेल्ला नार ’’ योजना से प्रभावित तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके षोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में कोंटा एरिया कमेटी सदस्य सक्रिय 01 महिला सहित 02 माओवादी जो क्रमशः 01. सोड़ी गजेन्द्र उर्फ हड़मा पिता स्व. हुंगा (कोंटा एरिया कमेटी सदस्य/एर्राबोर सिविल ऑर्गनाईजेशन कमाण्डर, ईनामी 05 लाख रूपये) उम्र लगभग 25 वर्ष जाति मुरिया निवासी वीराभट्टी थाना भेजी जिला सुकमा (छ0ग0) एवं 02. महिला सोड़ी मंजूला उर्फ मड़कम मंजूला पति कमलेश पिता स्व. सोड़ी हुंगा (कोण्टा एरिया कमेटी सदस्या/पोलमपल्ली एलओएस कमाण्डर/ सिविल ऑर्गनाईजेशन कमाण्डर, ईनामी 05 लाख रूपये) उम्र लगभग 32 वर्ष जाति मुरिया निवासी करीगुड़म थाना चिंतागुफा जिला सुकमा (छ0ग0) के द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आत्मसमर्पण किया।
दोनों आत्मसमर्पित माओवादियों को कपड़ा एवं प्रोत्साहन राशि 25-25 हजार रूपये प्रदाय किया गया। दोनों आत्मसमर्पित माओवादियों को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत् सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय कराये जायेंगे। सुकमा पुलिस ने दोनों आत्म समर्पित नक्सलियों की जानकारी का विवरण जारी किया है जिसके अनुसार सोड़ी गजेन्द्र उर्फ हड़मा पिता हुंगा निवासी वीराभट्टी थाना भेजी (कोंटा एरिया कमेटी सदस्य/एर्राबोर सिविल ऑर्गनाईजेशन कमाण्डर, ईनामी 05 लाख)
इन घटना/गतिविधियों में रहे शामिल
गौरतलब है कि दोनों ही नक्सली कई घटनाओं में शामिल रह चुके हैं। ग्राम भेजी और इंजरम कैम्प के बीच एम्बुश की घटना:- वर्ष 2003 में भेज्जी और इंजरम कैम्प के बीच एन0एम0 30 मार्ग पर रोड़ ओपनिंग पार्टी पर एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना में शामिल रही। ग्राम जारागट्टा (जिला नारायणपुर) एम्बुश की घटना:- वर्ष 2007 में ग्राम जारागट्टा के पास मोटर सायकल से आने वाले पुलिस जवानों पर एम्बुश लगाकर फायरिंग की घटना में शामिल रही। कोंगेरा एम्बुश (जिला नारायणपुर) वर्ष 2010 में टीसीओएस के दौरान ग्राम कोंगेरा के पास पुलिस गस्त पार्टी पर एम्बुश लगाकर फायरिंग करने की घटना, 02 नक्सली मारे गये थे।