1 लाख ईनामी माचकोट एलओएस सदस्य सहित 04 माओवादी ने किया आत्मसमर्पण

जगदलपुर। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. के मार्गदर्शन में एवं उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ जगदलपुर हरजिन्दर सिंह, बस्तर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, कमाण्डेंट 80 बटा. सीआरपीएफ जितेन्द्र कुमार के निर्देशन में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान एवं आत्मसमर्पण हेतु छ0ग० की पुनर्वास नीति के प्रचार-प्रसार से प्रभावित होकर कांगेरवेली एरिया कमेटी अंतर्गत 01 लाख ईनामी माचकोट एलओएस सदस्य सहित 04 माओवादी ने आत्मसमर्पण किया है।

आपको बता दें कि आत्मसमर्पित माओवादी पाण्डु उर्फ छोटा पाण्डु कवासी वर्ष 2014 में नक्सली संगठन में भर्ती होकर वर्तमान में कांगेरवेली एरिया कमेटी अंतर्गत, माचकोट एलओएस सदस्य के पद में सक्रिय रूप से कार्यरत था। कांगेरवेली एरिया कमेटी क्षेत्र के माओवादी कमाण्डर देवा, संजू, मंगतु, लक्ष्मण, महेश एवं अन्य नक्सलियों के साथ सम्मिलित होकर थाना दरभा के ग्राम चांदामेटा, पटेलपारा, मुरियामीपारा, भडरीमहु, उरूकपाल, प्यारभाट पारा क्षेत्र में पुलिस पार्टी पर फायरिंग एवं रोड निर्माण में लगे वाहनों में आगजनी करने जैसे जघन्य अपराधों में सम्मिलित था। इसके उपर छ0ग० शासन के पुनर्वास नीति अनुसार 01 लाख ईनाम घोषित है।

आत्मसमर्पित माओवादी मनकु राम कश्यप एवं फुलमती उर्फ गिरजा माड़ क्षेत्र के इन्द्रावती एरिया कमेटी अंतर्गत नक्सली संगठन में रहकर सक्रिय रूप से कार्यरत थे। दोनों के बीच नजदीकी रिश्ता होने से शादी विवाह कर कुछ वर्ष संगठन में रहने के बाद माओवादी संगठन छोड़कर दोनों पति-पत्नी ओरछा क्षेत्र में अपने घर में आकर रह रहे थे। दोनों माओवादी घर में रहते हुए नक्सल गतिविधियों पर संलिप्त रहकर माओवादियों को दैनिक उपयोगी सामाग्री पहुंचाना एवं माओवादियों का विभिन्न प्रकार के सहयोग आदि करने जैसे कार्य में संलिप्त थे। इसी प्रकार करिया पोयाम पार्टी सदस्य के पद पर सक्रिय रूप से ग्राम करेली, थाना ओरछा क्षेत्र में सक्रिय रूप से कार्यरत था। इसके पश्चात् ग्राम करेली अपने घर में आकर माओवादी गतिविधियों पर संलिप्त रहकर माओवादियों का दैनिक उपयोगी सामाग्री पहुंचाना एवं माओवादियों का विभिन्न प्रकार के सहयोग आदि करने जैसे कार्य में सक्रिय था।

उक्त माओवादियों द्वारा वर्तमान में बस्तर रेंज में हो रहे लगातार एनकाउंटर एवं पुलिस के बढ़ते दबाव तथा संचालित हो रहे सतत् नक्सल अभियानों के भय से बस्तर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया। आत्मसमर्पण पश्चात् 04 माओवादियों को प्रोत्साहन राशि प्रदान कि केया गया। उपरोक्त नक्सलियों को हथियारआत्मसमर्पण करने हेतु प्रोत्साहित करने में सीआरपीएफ रेंज जगदलपुर एवं 80वीं बटा० सीआरपीएफ के सूचना शाखा का विशेष योगदान रहा।

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